प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी को बड़ा तोहफा देने जा रहे हैं। केन्द्र सरकार के कार्यकाल के दो साल पूरे होने पर पीएम मोदी केन्द्र की स्वर्णिम परियोजनाओं में से एक गंगा जल परिवहन परियोजना का शिलान्यास 26 मई को करेंगे। अंतर्देशीय जल परिवहन प्राधिकरण ने इसकी तैयारी शुरू कर दी है।
तकरीबन 4200 करोड़ की ड्रीम परियोजना की नींव पीएम मोदी के हाथों बनारस में रामनगर के राल्हूपुर में रखी जाएगी। अफसरों का कहना है कि पीएमओ से शिलान्यास होने के संकेत मिल चुके हैं। इस कार्यक्रम में जलपरिवहन मंत्री नितिन गडकरी एवं नमामि गंगे की केन्द्रीय मंत्री उमाभारती के भी मौजूद रहने की संभावना है।
15.4 एकड़ में बनना है बंदरगाह
राल्हूपुर में प्रस्तावित बंदरगाह 15.4 एकड़ भूमि पर बनना है। इसके लिए जमीन अधिग्रहण की प्रक्रिया भी शुरू हो चुकी है। जून के पहले सप्ताह में यहां से एक हजार टन के मालवाहकों का संचालन शुरू हो जाएगा। प्राधिकरण के अफसरों का कहना है कि अभी अधिकृत प्रोटोकाल पीएम का नहीं आया है लेकिन मंत्रालय ने शिलान्यास की तैयारी युद्धस्तर पर शुरू कर देने का निर्देश दिया है।
राल्हूपुर में प्रस्तावित बंदरगाह 15.4 एकड़ भूमि पर बनना है। इसके लिए जमीन अधिग्रहण की प्रक्रिया भी शुरू हो चुकी है। जून के पहले सप्ताह में यहां से एक हजार टन के मालवाहकों का संचालन शुरू हो जाएगा। प्राधिकरण के अफसरों का कहना है कि अभी अधिकृत प्रोटोकाल पीएम का नहीं आया है लेकिन मंत्रालय ने शिलान्यास की तैयारी युद्धस्तर पर शुरू कर देने का निर्देश दिया है।
बंदरगाह के लिए टेंडर जारी
बंदरगाह के प्रथम चरण के कार्य के लिए 196 करोड़ रुपये की निविदा एफकॉन कंपनी को दी गई है। वाराणसी से हल्दिया तक जल परिवहन सेवा को शुरू करने पर करीब 4,200 करोड़ रुपये खर्च होंगे। इस परियोजना के प्रथम चरण में वाराणसी के अलावा झारखंड के साहेबगंज व हल्दिया में भी टर्मिनल बनाया जाएगा। वाराणसी में टर्मिनल निर्माण तथा उसे सड़क व रेल मार्ग से जोडऩे पर कुल 750 करोड़ रुपये खर्च होंगे। उपनिदेशक एके मिश्र ने बताया कि प्रथम चरण में 250 करोड़ रुपये का बजट रखा गया है। इसमें 210 करोड़ रुपये में टर्मिनल के निर्माण में और बाकी रकम सड़क के काम में खर्च होगा।
बंदरगाह के प्रथम चरण के कार्य के लिए 196 करोड़ रुपये की निविदा एफकॉन कंपनी को दी गई है। वाराणसी से हल्दिया तक जल परिवहन सेवा को शुरू करने पर करीब 4,200 करोड़ रुपये खर्च होंगे। इस परियोजना के प्रथम चरण में वाराणसी के अलावा झारखंड के साहेबगंज व हल्दिया में भी टर्मिनल बनाया जाएगा। वाराणसी में टर्मिनल निर्माण तथा उसे सड़क व रेल मार्ग से जोडऩे पर कुल 750 करोड़ रुपये खर्च होंगे। उपनिदेशक एके मिश्र ने बताया कि प्रथम चरण में 250 करोड़ रुपये का बजट रखा गया है। इसमें 210 करोड़ रुपये में टर्मिनल के निर्माण में और बाकी रकम सड़क के काम में खर्च होगा।
गंगा में ड्रेजिंग का काम जारी
गंगा जलपरिवहन सेवा शुरू करने के पहले ही वाराणसी-गाजीपुर के बीच गंगा में ड्रेजिंग का कार्य शुरू कर दिया गया है। ड्रेजिंग कार्य पर करीब 30 करोड़ रुपए खर्च होंगे। (Source: Hindustan)
गंगा जलपरिवहन सेवा शुरू करने के पहले ही वाराणसी-गाजीपुर के बीच गंगा में ड्रेजिंग का कार्य शुरू कर दिया गया है। ड्रेजिंग कार्य पर करीब 30 करोड़ रुपए खर्च होंगे। (Source: Hindustan)
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